रिव्यू में कहा गया, ‘डॉलर के मुकाबले रुपया 82 से 83.5 की रेंज में बना रहा। इसमें इमर्जिंग मार्केट्स की दूसरी करंसीज के मुकाबले सबसे कम उतार-चढ़ाव रहा। मजबूत डॉलर और यूएस ट्रेजरी यील्ड्स ज्यादा होने के बावजूद रुपये की इस स्टेबिलिटी से इंडियन इकॉनमी की मजबूती का पता चलता है। आने वाले दिनों में ज्यादा विदेशी निवेश आने और ट्रेड डेफिसिट काबू में रहने से रुपये के कंफर्टेबल रेंज में रहने की उम्मीद है।’